Add To collaction

लेखनी कहानी -05-Mar-2023 सरकारी ऑफिस

कटु अनुभवों से सामना जहां पर रोज ही होता है 
ये ऑफिस है यहां चापलूसों का बोलबाला होता है 

बॉस यहां का राजा है उसकी मनमर्जी चलती है 
अधीनस्थों की हरअच्छी बात उसे बड़ी खटकती है 

राजनीति का अड्डा है नित नई चालें चली जाती हैं 
शह और मात देने को रोज बिसात बिठाई जाती है 

बॉस की जी हुजूरी करके काम से छुट्टी पा लेते हैं 
कुछ लोग केवल गपशप के लिए ऑफिस आते हैं 

काम करने वालों को यहां पर "गधा" कहा जाता है 
बॉस की नजरों में रहने वाला "स्मार्ट गाई" कहलाता है 

बगुले की तरह सारा ध्यान "माल" हड़पने में रहता है 
भ्रष्टों का जमावड़ा है ऑफिस, बच्चा बच्चा कहता है 

"इसकी टोपी उसके सिर" यह खेल हरदम चलता है 
अपनी बला औरों पे टाल दे, वही यहां पर टिकता है 

ऊपर ऊपर से "याराना" अंदर से "षड़यंत्र" घातक हैं 
गधे, घोड़े, सफेद हाथी तो कुछ लोमड़ी कुछ चातक हैं 

निकम्मा बनाने की फैक्ट्री है राजनीति की पाठशाला है 
मनीषियों का मेला है जिन्होंने बॉस पुराण लिख डाला है 

वो सुखी है जिसका कभी ऑफिस से पाला नहीं पड़ा है 
जिसका पाला पड़ा, बाबुओं के आगे गिड़गिड़ाना पड़ा है 

श्री हरि 
5.3.23 

   8
2 Comments

Renu

07-Mar-2023 05:05 PM

Nice

Reply

Sant kumar sarthi

06-Mar-2023 11:38 AM

सुंदर

Reply